| 1. | समीर जी, आपका असमंजस में पड़ना वाजिब है।
|
| 2. | लेकिन वर्तमान वस्तुस्थिति को देख कर आम आदमी का अन्ना और उनकी टीम को लेकर असमंजस में पड़ना स्वाभाविक कहा जा सकत है |
|
| 3. | लेकिन वर्तमान वस्तुस्थिति को देख कर आम आदमी का अन्ना और उनकी टीम को लेकर असमंजस में पड़ना स्वाभाविक कहा जा सकत है |
|
| 4. | सहशिक्षा की नीति उचित है लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है शिक्षा! यूपी बोर्ड की सहशिक्षा के पक्ष में सिफारिश के बाद शासन का असमंजस में पड़ना स्वाभाविक है!
|
| 5. | सहशिक्षा की नीति उचित है लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है शिक्षा! यूपी बोर्ड की सहशिक्षा के पक्ष में सिफारिश के बाद शासन का असमंजस में पड़ना स्वाभाविक है!
|